जहां पूजा जाता था मुझको,अब रहा वो हेिन्दुस्तान नही|
पापीयों की भीड बढ गई,समझता क्यूँ "तहलान" नही|
पापीयों की भीड बढ गई,समझता क्यूँ "तहलान" नही|
मुझे बांधके ले गए कसाई,रस्सी खोल नही सकते|
मुस्लिम काटते सरेआम मुझे,हिन्दू बोल नही सकते|
मुस्लिम काटते सरेआम मुझे,हिन्दू बोल नही सकते|
धिक्कार मेरी रक्शा के लिए,भारत में कोई कानून नही|
झूठी छाती मत ठोको,हिन्दू का तुम में खून नही|
झूठी छाती मत ठोको,हिन्दू का तुम में खून नही|
मुझे बचा नही सकते तो,फिर किस लिए माता कहते हो|
बहते रहते हैं मेरे आंसू ,तुम फिर भी गूंगे बनके रहते हो|
बहते रहते हैं मेरे आंसू ,तुम फिर भी गूंगे बनके रहते हो|
क्या हाल होता है मेरा, कभी आकर देखो कत्लखानों में|
वहां दया नाम की चीज,बिलकुल होती नहीं शैतानों में|
वहां दया नाम की चीज,बिलकुल होती नहीं शैतानों में|
मारने से पहले कई दिन,यहाँ मुझे भूखा रखा जाता है|
क्यूँ मेरे हक में एक भी हिन्दू, आवाज नहीं ऊठाता है|
क्यूँ मेरे हक में एक भी हिन्दू, आवाज नहीं ऊठाता है|
जितने मुस्लिम है धरती पे,सब खुश होके मुझे खाते हैं|
जब हिन्दू के काम की न रहती मैं,तब हत्थे में बेच आते हैं|
जब हिन्दू के काम की न रहती मैं,तब हत्थे में बेच आते हैं|